Rahul Arora
बच्चों में भी होनीं चाहिए बचत की इच्छा
बच्चों में भी होनीं चाहिए बचत की इच्छा
आज की गई छोटी सी बचत कल किसी बड़े आर्थिक संकट में सहायक का काम कर
सकती है। जी हाँ, बचत आज की जरुरत बन गई है। फिजूल खर्च
जायज नहीं है। सीनीयर लोग तो धन का महत्व समझते हैं मगर बच्चों का ज्ञान इस मामले
में कमजोर ही होता है। बच्चें इस बात पर ठीक से निर्णय नहीं कर पाते कि किस वस्तु
पर कितना और कहां पर पैसा खर्च करना चाहिए। यह पैसा की बर्बादी का एक कारण हैं और
जो उन्हें व उनके परिवार को आर्थिक संकट की ओर धकेलता है। बच्चों को यह पता होना
चाहिए कि पैसा कितनी मेहनत से कमाया जाता है।
फिजूल खर्च नहीं करना चाहिए और सही
तरीके से बचत करने में ही समझदारी है। बच्चों को अगर समय रहते वित्त को प्रबंधन करने
का हुनर आ जाए तो वह भविष्य में वित्तीय निवेश के माध्यम से आसानी से धन अर्जित कर
सकते है। अभिभावकों को भी बचत व निवेश के मामले में बच्चों का मार्गदर्शन करना
याहिए। बच्चों को यह समझाया जाना चाहिए कि वे किस तरह से पैसे का प्रयोग करें। बच्यों
को भी पैसे का सदुपयोग करना सिखना चाहिए।
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